शनिवार, 17 नवंबर 2018

कार दुर्घटना में शिक्षक की मौत


जांजगीर-चाम्पा।  केरा रोड में खैरताल नेगुरडीह के बीच कार दुर्घटना में सरहर बाराद्वार में पदस्थ   प्रधान पाठक की मौत हो गई। घटना नवागढ़ थाना क्षेत्र की है।

पुलिस के अनुसार जय प्रकाश पिता गंगाबालू नागेश सरहर (बाराद्वार) मिडिल स्कूल में प्रधान पाठक थे वे डभरा से निर्वाचन प्रशिक्षण से वापस जांजगीर लौट रहे थे इस दौरान बाईक चालक को बचाने के चक्कर में कार अनियंत्रित होकर पलट गई। जिससे सिर में गंभीर चोटें आईं। नवागढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

शुक्रवार, 16 नवंबर 2018

निर्धारित मापदंड के अनुरूप नहीं बन रहा सरकारी आवास,,,पैसे बचाने के फेर में ठेकेदार मकान में ग्रेनाईट की जगह लगवा रहा टाईल्स


◆ गृह निर्माण मंडल द्वारा अधिकारी-कर्मचारियों के लिए जिले सभी 9 ब्लाक में 42 करोड़ की लागत से बन रहा मकान
मिशन क्रांति न्यूज.
 जांजगीर-चाम्पा। गृह निर्माण मंडल द्वारा जिले के सभी ब्लाक में निर्माणाधीन सरकारी आवास निर्धारित मापदंड के अनुरूप नहीं बन रहा है, ठेकेदार नियमों को ताक में रखकर अपने मनमुताबिक निर्माण करा रहे हैं जहां पैसे बचाने के फेर में ग्रेनाइट की जगह टाइल्स लगाया जा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि संबंधित विभाग के एसडीओ और इंजीनियर द्वारा ठेकेदार एवं उच्चाधिकारियों को उक्त गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर पत्राचार के बावजूद निर्माण कार्य में किसी तरह का सुधार नहीं आया है। ऐसे में अधिकारी - कर्मचारी के लिए बनाए जा रहे सरकारी आवास की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
जिले के सभी 9 ब्लाक में गृह निर्माण मंडल द्वारा सरकारी अधिकारी- कर्मचारियों के लिए तकरीबन 42 करोड़ की लागत से सरकारी आवास का निर्माण कराया जा रहा है निर्माण कार्य का काम मेसर्स साहू एसोसिएट्स रायपुर के ठेकेदार सेवक साहू को दिया गया है। जिसमें नियमों को ताक में रखकर मनमाने ढंग से ग्रेनाईट की जगह टाइल्स लगाकर पैसे बचाने का खेल बड़ी संजीदगी से खेला जा रहा है जहां एफ टाईप आवास के प्रथम तल एवं दूसरे तल के फ्लोरिंग में लिविंग और डाईनिंग रूम एवं फ्रंट एट्रेस लाबी में प्राक्कलन एवं प्रमाणित ड्राईंग के अनुसार 15 एमएम मोटी ग्रेनाईट के स्थान पर विट्रीफाईड टाईल्स लगाया जा रहा है जो निर्धारित मापदंड के अनुरूप बिल्कुल गलत है। इसी तरह पैसे बचाने के फेर में ठेकेदार द्वारा जी टाईप आवास के भूतल में, प्रथम तल एवं द्वितीय तल में एंट्रेस लॉबी एवं बालकनी में प्रमाणिक ड्राईंग के अनुसार ब्लेक ग्रेनाईट पत्थर न लगाकर अपनी सुविधानुसार पत्थर लगाकर काम निपटा रहे हैं। ठेकेदार की मनमानी इतनी की वे एच टाईप मकान के भूतल , प्रथम तल एवं द्वितिय तल में भी एंट्रेस लॉबी एवं सीढ़ी में 25 एमएम मोटा स्टोन की जगह पर टाईल्स लगाकर गुणवत्ताहीन निर्माण कर रहे हैं ताकि कम लागत से सरकारी आवास का निर्माण कर करोड़ों का बंदरबाट किया जा सके।
उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद कार्यवाही शून्य
मामले को गंभीरता से लेते हुए गृह निर्माण मंडल के एसडीओ श्री सिंह ने गुणवत्ताहीन निर्माण में सुधार करते हुए निर्धारित मापदंड के अनुरूप काम करने पत्राचार भी किया है इसके बावजूद ठेकेदार के निर्माण कार्य में सुधार नहीं दिख रहा है श्री सिंह ने बताया कि जिसके संबंध में विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है पर अफसोस निर्माण कार्य में ना ता सुधार हो रहा है और ना अंकुश लग पाया। ऐसे में ठेकेदार का मनोबल बढ़ गया है और ठेकेदार मनमानी पर उतर आए हैं। जिसे लेकर उच्चाधिकारी की कार्यशैली पर भीे सवाल उठ रहे हैं। बहरहाल निर्माण कार्य जारी है और अफसर मौन।
वर्जन
गृह निर्माण मंडल द्वारा सरकारी आवासीय मकान के निर्माण में अगर ठेकेदार द्वारा ग्रेनाईड की जगह में टाईल्स लगाया जा रहा है तो उनका निरीक्षण कर मूल्यांकन के आधार पर भुगतान किया जाएगा।
एके निखरा ईई छ.ग. गृह निर्माण मंडल 

गुरुवार, 15 नवंबर 2018

दर्द से कराहते मरीजों का इलाज करने की बजाय डॉक्टर परिजनों के खिलाफ एफआईआर कराने की देते हैं धमकी...


■  जिला अस्पताल में डॉक्टर और नर्स की मनमानी से मरीज हलाकान
 ■ रात में ड्यूटी के दौरान मरीजों की सूध लेने के बजाय आराम फरमाते नजर आए स्टाफ नर्स
मिशन क्रांति न्यूज.
 जांजगीर - चाम्पा। बैरिष्टर ठाकुर छेदीलाल स्मृति चिकित्सालय के डॉक्टर और स्टाफ नर्स की मनमानी चरम पर है। जहां खासकर रात में भर्ती होने वाले मरीजों से डॉक्टर और स्टाफ नर्स का रवैया काफी वितरित जान पड़ता है। बदसलूकी आम बात है खासकर रात में वार्डों के मरीजों को देखना तो दूर ड्रिप लगे मरीजों के ड्रीप खत्म हो जाने पर उन्हें बदलने या फिर दर्द से कराहते मरीजों से इन्हें कोई सरोकार नहीं रहता। जी हां यह जिला अस्पताल म़े हर दिन देखने को मिलता है। जहां मरीज इलाज कराने सरकारी अस्पताल की ओर रूख करते हैं जहां उन्हें अस्पताल में भर्ती तो कर लिया जाता है लेकिन महज एक बेड देकर अथवा ड्रिप लगाकर डॉक्टर और स्टाफ नर्स अपने कक्ष में आराम फरमाते नजर आते  हैं इतना ही नहीं लापरवाही की हद इस कदर की दर्द से कराहते मरीज की हालत देख जब मरीज के परिजन ड्यूटी के दौरान आराम फरमा रहे डॉक्टर और स्टाफ नर्स  को बुलाने जाते हैं तो ये सरकारी नुमांइदे झल्लाकर इन्हें चलता कर देते हैं ऐसे में लेटलतीफी के परिणाम स्वरूप कई मरीजों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है। सारागांव सारवानी के धनेश्वर रत्नाकर ने बताया कि वे हफ्तेभर से अपनी तीन
साल की बेटी का जिला अस्पताल में इलाज करा रहे हैं जो गरम तेल में जल गई थी। उन्होंने बताया कि जब वे अपनी बच्ची को जले हुए हालत में लेकर सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे तब पहले तो उन्हें जिला अस्पताल में इलाज संभव नहीं होने की बात कर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए सिम्स रेफर करने की मशवरा दी गई ।  लाख मिन्नतें करने के बाद जैसे तैसे उनकी बेटी को जिला अस्पताल में भर्ती तो कर लिए लेकिन हफ्तेभर में एक भी रात किसी मरीज को उनके वार्ड में जाकर देखने की फूर्सत ना तो किसी डॉक्टर को है और ना ही किसी स्टाफ नर्स को। ऐसे में हर वार्ड के मरीज रात को दर्द में कराहते रहते हैं लेकिन ये साहबजादे अपने कक्ष में आराम फरमा रहेे होते हैं। बुधवार की रात को भी एक मरीज के परिजन द्वारा डॉक्टर इकबाल हुसैन और नर्स पी. आशावान और सरोज सेन को दर्द से कराहते मरीज के बारे में अवगत कराया गया तो ये बौखला गए और उल्टा मरीज के परिजनों के खिलाफ एफआईआर कराने की धमकी दी जाने लगी ताकि उनकी मनमानी उजागर मत हो सके। वहीं विभागीय अधिकारी भी कार्रवाई की बात करते हुए इस गंभीर मसले पर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसका खामियाजा मरीज और उनके परिजन भुगत रहे हैं  पर आला अफसर बेपरवाह हो गए हैं।
महिला के गर्भ में मृत बच्चा की जानकारी के बावजूद नहीं हो सका इलाज
सरकारी अस्पताल में लापरवाही की हद तो तब हो गई जब नवागढ़ ब्लॉक के कुरियारी के कामता बाई को जब डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया तो उन्हें पहले तो सोनोग्राफी कराने का हवाला देकर अस्पताल से चलता कर दिया गया। उसके बाद जब सोनोग्राफी की रिपोर्ट लेकर परिजन पहुंचे तो उन्हें भर्ती तो कर लिया गया लेकिन बच्चा महिला के गर्भ में ही दम तोड़ चुका था। उसके बावजूद डॉक्टरों ने इसे गंभीरता से लेने की बजाय महज एक बेड में लिटाकर तीन दिन तक महिला को इलाज से वंचित कर दिया।  मिडिया द्वारा मामले की जानकारी  जब जिला अस्पताल के सीएमएचओ व्ही जय प्रकाश को दी गई तो उन्होंने मामले की गंभीरता को नजरअंदाज करते हुए खुद को व्यस्त होना बताया तब मामले की जानकारी जांजगीर-चाम्पा कलेक्टर नीरज बंसोड़ को दिया गया। तब जाकर गुरूवार को उक्त पीड़ीत महिला का इलाज संभव हो सका।
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शुक्रवार, 2 नवंबर 2018

24 अभ्यर्थियों ने भरा नामांकन ,,चुन्नीलाल साहू और ऋचा जोगी ने अकलतरा से, मेघाराम साहू ने सक्ती से , नारायण कश्यप और ब्यास कश्यप ने जांजगीर चाम्पा से किया नामांकन दाखिल



20 अभ्यर्थियों ने नामांकन फार्म लिया
मिशन क्रांति 
न्यूज-चाम्पा। जिले के सभी 6 विधानसभा क्षेत्र के लिए नाम निर्देशन के पांचवें दिन आज 31 अक्टूबर को 20 अभ्यर्थियों ने नामांकन फार्म लिया। नाम निर्देशन के पांचवें दिन आज विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 33 अकलतरा से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से चुन्नीलाल साहू, बहूजन समाज पार्टी से श्रीमती ऋचा जोगी के अलावा अरविन्द कुमार पंकज, अमीर सिंह कंवर, दिलेश्वर प्रसाद साहू, शिवकुमार विश्वकर्मा, रामकुमार श्रीवास, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 34 जांजगीर-चांपा से भारतीय जनता पार्टी से नारायण चंदेल, बहूजन समाज पार्टी से ब्यास नारायण कश्यप, एनसीपी से  अशोक चैधरी, आम आदमी पार्टी से संजय शर्मा के अलावा मायाराम नट, सुधीर साव, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 35 सक्ती से भारतीय जनता पार्टी से  मेघाराम साहू के अलावा  कमलेश्वर सिंह सिदार, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 36 चन्द्रपुर से भारतीय जनता पार्टी से श्रीमती संयोगिता सिंह जूदेव के अलावा अभिनव शुक्ला, दुर्गेश कुमार जायसवाल, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 37 जैजैपुर से भारतीय जनता पार्टी से डाॅ. कैलाश साहू, बहूजन समाज पार्टी से केशव चन्द्रा और आम आदमी पार्टी से श्री मार्तण्ड सिंह बनाफर और विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 38 पामगढ़ से बहूजन समाज पार्टी से श्रीमती इंदू बंजारे के अलावा नंदकुमार चैहान एवं लखनलाल ने संबंधित रिटर्निंग आफिसर के समक्ष नामांकन पत्र जमा किया। इसे मिलाकर जिले के सभी 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए अब तक 30 अभ्यर्थियों द्वारा नाम निर्देशन पत्र जमा किया गया। 

अकलतरा विधानसभा से दिव्यांग ने भरा नामांकन,,, निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ेंगें चुनाव


मिशन क्रांति न्यूजजांजगीर - चाम्पा। शासन की योजनाओं का यथोचित लाभ प्रशासनिक उदासीनता के चलते नहीं मिलने से नाराज दिव्यांग संघ के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार पंकज ने बुधवार को अकलतरा विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में आज  नामांकन दाखिल किया। मजे की बात ये रही कि इसमें दस प्रस्तावकों में से सात आठ प्रस्तावक दिव्यांग हैं। 

अकलतरा विधानसभा से चुनाव के लिए नामांकन भरने के बाद चर्चा के दौरान दिव्यांग निर्दलीय प्रत्याशी अरविंद कुमार पंकज ने दिव्यांगों की पीड़ा को बयां किया। उन्होंने बताया कि शासन - प्रशासन द्वारा दिव्यांगों को हमेशा उपेक्षित किया जाता रहा है परिणाम स्वरूप दिव्यांग को सरकार की किसी भी महती योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है दिव्यांग अपने अधिकार की लड़ाई लड़ते थक गए हैं लेकिन उनकी सूध लेने वाला कोई नहीं है श्री पंकज ने बताया कि दिव्यांगों को उनका अधिकार दिलाने और शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने सहित दिव्यांगों की आवाज बुलंद करने जिले के सभी दिव्यांगों की सहमति से अकलतरा विधानसभा से चुनाव लड़ने का मन बनाया है और इसलिए उन्होंने बुधवाल को कलेक्टोरेट पहुंचकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। जिसमें दस प्रस्तावकों में से आठ दिव्यांग थे। 
श्री पंकज ने बताया कि दिव्यांगों की आवाज बुलंद कर उन्हें उनका अधिकार दिलाना पहली प्राथमिकता होगी और क्षेत्र का विकास पर जोर देगा।