शनिवार, 21 अप्रैल 2018

सरकारी कार्यक्रम में कांग्रेस के विधायकों की अनदेखी,,,उज्जवला दिवस में कांग्रेस से निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की जगह बीजेपी के कार्यकर्ताओं को बनाया गया मुख्य अतिथि

जांजगीर-चाम्पा। सरकारी खर्चे पर आयोजित उज्जवला दिवस के आयोजन में  सत्तासीन पार्टी के इशारे पर किस तरह सरकारी नुमाइंदों द्वारा कांग्रेस के विधायकों की उपेक्षा की गई। इसकी बानगी 20 अप्रैल को जांजगीर-चाम्पा और अकलतरा विधान सभा क्षेत्र में देखने को मिला। जहां कांग्रेस से जांजगीर चाम्पा विधायक मोतीलाल देवांगन और अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू को अपने ही क्षेत्र में आयोजित महती योजना के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि से वंचित कर दिया गया। दुर्भावना तरह अपमान किया गया। इसे सत्तासीन पार्टी के दुर्भावना की राजनीति कहें या सरकारी नुमांइदों की लापरवाही। क्योंकि यह कार्यक्रम पूर्व नियोजित था जिसमें केंद्र सरकार के निर्देशानुसार ही जिले के 22 ग्राम पंचायतों में 20 अप्रैल को उज्जवला दिवस मनाया जाना था।  जिसमें निर्वाचित सांसद व कांग्रेस के विधायकों को छोड़ सभी विधायकों को मुख्य अतिथि बनाया गया,, क्षेत्रीय विधायक होने के बावजूद उनके स्थान पर बीजेपी के अदना से कार्यकर्ताओं को मुख्य अतिथि बनाकर कार्यक्रम के दिशा निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन किया गया। जबकि यह आयोजन सरकारी खर्चे पर आयोजित था। जिसकी संपूर्ण वयवस्था की जिम्मेदारी गैंस एजेंसी संचालको को करने आदेशित किया गया था। इसके बावजूद इतनी बड़ी चूक हुई या फिर सत्तासीन पार्टी के दुर्भावना की राजनीति की वजह से कांग्रेस के विधायकों को छोड़ बाकी विधायकों को सरकारी आयोजन का मुख्य अतिथि बनाया। वहीं कांग्रेस के विधायकों के जगह भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं को मुख्य अतिथि बनाकर नियमों की अनदेखी कर सत्तासीन पार्टी का गुणगान किया गया। 

अधिकारियों ने साधी चुप्पी 
उज्जवला दिवस में जिले के कांग्रेस के विधायको को छोड़ सांसद व अन्य तीन विधायकों मुख्य अतिथि बनाए जाने के सवालों पर इंडियन आयल के सेल्स आफिसर व उज्जवला के नोडल अधिकारी विजय सुधाकर वर्तक और जिले के खाद्य अधिकारी श्री घोरे ने चुप्पी साध ली हालांकि श्री वर्तक ने इसे बड़ी चूक बताते हुए विभाग के जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही की बात कही। 
भाजपा सरकार कर रही दुर्भावना की राजनीति 
इस संबंध में अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू ने इसे दुर्भावना की राजनीति करार देते हुए कहा कि सत्तासीन पार्टी द्वारा हर बार सरकारी आयोजनों में खासकर कांग्रेस पार्टी के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का अपमान किया जाता है जो पूर्व नियोजित रहता है भाजपा सरकार ने नई परिपाटी शुरू कर दी है। जो लोकतंत्र के लिए घातक है। 

गुरुवार, 12 अप्रैल 2018

कांग्रेस सांसदों के सदन में हंगामा से नाराज भाजपाई आज रखेंगे उपवास उपवास रहकर एक दिवसीय करेंगे प्रदर्शन


जांजगीर.चाम्पा। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों द्वारा कुछ नए प्रस्ताव के विरोध में सदन में हंगामा करना लोकतंत्र का अपमान हैएएलोकतंत्र एक मंदिर है जिसमें जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया जाता है इसी परिपेक्ष्य में सदन में प्रस्ताव की कार्रवाई चल रही थीए जिसका विपक्ष के सांसदों ने उसका विरोध करते हुए सदन में जमकर हंगामा किया। जिससे कार्रवाई बाधित हो गई। ऐसे में जिसका सीधा नुकसान आम जनता को हुआ है कांग्रेसियों की इन गलत मंशा को जनता के बीच रखने जिला मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी द्वारा कचहरी चौक में  गुरूवार को एक दिवसीय धरना व उपवास रखा जाएगा। उक्त बातें क्षेत्रीय सांसद कमला पाटले ने अपने निवास में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। श्रीमती पाटले ने कहा कि लोकसभा में जिस तरह कांग्रेस के सांसदों द्वारा कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव का विरोध किया गया। और उन्हें पारित नहीं करने हंगामा करते हुई कार्रवाई पर सीधा दखल दिया गया। जिससे प्रस्ताव पारित नहीं हो सकाए जो जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़े प्रस्ताव थेएएवहीं राज्यसभा में भी योजना संबंधी प्रस्तावों के विरोध में जमकर हंगामा लोकतंत्र  व जनता का अपमान हैएएइससे ना सिर्फ सदन की कार्रवाई बाधित हुईएबल्कि जनकल्याणकारी योजन जिनको प्रस्ताव के बाद अमलीजामा पहनाया जाना था उन्हें भी पूर्णतरू बाधित कर दिया गया है पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने  बताया कि कांग्रेस हंगामा करके जनता को उन्हें मिलने वाले योजनाओं के लाभ से वंचित कर रहे हैं जिसके विरोध में एक दिवसीय उपवास और धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष मेधाराम साहूएएलीलाधर सुल्तानियाएब्यास कश्यपएभाजयुमो जिला अध्यक्ष राजू महंतए जिला महामंत्री अमर सुल्तानिया व कार्तिकेश्वर स्वर्णकार उपस्थित थे।
केंद्र सरकार का आदेश सर्वोपरी
पत्रकारों के सवालों से घिरे सांसद ने आरक्षण से संबंधित एक सवाल के जवाब में न्यायालय के आदेश और भारतीय जनता पार्टी के केंद्र सरकार आदेश पर सरकार के फरमान को सर्वोपरी बताते हुए उनके ही मार्गदर्शन पर चलने की बात कही। पहली प्राथमिकता सरकार को देने की बात कही। साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार के निर्णय को महत्वपूर्ण बताया। हालांकि सांसद ने उक्त मुद्दे पर सवाल ना करने पत्रकारों से गुजारिश की।