जांजगीर-चाम्पा। सरकारी खर्चे पर आयोजित उज्जवला दिवस के आयोजन में सत्तासीन पार्टी के इशारे पर किस तरह सरकारी नुमाइंदों द्वारा कांग्रेस के विधायकों की उपेक्षा की गई। इसकी बानगी 20 अप्रैल को जांजगीर-चाम्पा और अकलतरा विधान सभा क्षेत्र में देखने को मिला। जहां कांग्रेस से जांजगीर चाम्पा विधायक मोतीलाल देवांगन और अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू को अपने ही क्षेत्र में आयोजित महती योजना के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि से वंचित कर दिया गया। दुर्भावना तरह अपमान किया गया। इसे सत्तासीन पार्टी के दुर्भावना की राजनीति कहें या सरकारी नुमांइदों की लापरवाही। क्योंकि यह कार्यक्रम पूर्व नियोजित था जिसमें केंद्र सरकार के निर्देशानुसार ही जिले के 22 ग्राम पंचायतों में 20 अप्रैल को उज्जवला दिवस मनाया जाना था। जिसमें निर्वाचित सांसद व कांग्रेस के विधायकों को छोड़ सभी विधायकों को मुख्य अतिथि बनाया गया,, क्षेत्रीय विधायक होने के बावजूद उनके स्थान पर बीजेपी के अदना से कार्यकर्ताओं को मुख्य अतिथि बनाकर कार्यक्रम के दिशा निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन किया गया। जबकि यह आयोजन सरकारी खर्चे पर आयोजित था। जिसकी संपूर्ण वयवस्था की जिम्मेदारी गैंस एजेंसी संचालको को करने आदेशित किया गया था। इसके बावजूद इतनी बड़ी चूक हुई या फिर सत्तासीन पार्टी के दुर्भावना की राजनीति की वजह से कांग्रेस के विधायकों को छोड़ बाकी विधायकों को सरकारी आयोजन का मुख्य अतिथि बनाया। वहीं कांग्रेस के विधायकों के जगह भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं को मुख्य अतिथि बनाकर नियमों की अनदेखी कर सत्तासीन पार्टी का गुणगान किया गया।
अधिकारियों ने साधी चुप्पी
उज्जवला दिवस में जिले के कांग्रेस के विधायको को छोड़ सांसद व अन्य तीन विधायकों मुख्य अतिथि बनाए जाने के सवालों पर इंडियन आयल के सेल्स आफिसर व उज्जवला के नोडल अधिकारी विजय सुधाकर वर्तक और जिले के खाद्य अधिकारी श्री घोरे ने चुप्पी साध ली हालांकि श्री वर्तक ने इसे बड़ी चूक बताते हुए विभाग के जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही की बात कही।
भाजपा सरकार कर रही दुर्भावना की राजनीति
इस संबंध में अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू ने इसे दुर्भावना की राजनीति करार देते हुए कहा कि सत्तासीन पार्टी द्वारा हर बार सरकारी आयोजनों में खासकर कांग्रेस पार्टी के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का अपमान किया जाता है जो पूर्व नियोजित रहता है भाजपा सरकार ने नई परिपाटी शुरू कर दी है। जो लोकतंत्र के लिए घातक है।
अधिकारियों ने साधी चुप्पी
उज्जवला दिवस में जिले के कांग्रेस के विधायको को छोड़ सांसद व अन्य तीन विधायकों मुख्य अतिथि बनाए जाने के सवालों पर इंडियन आयल के सेल्स आफिसर व उज्जवला के नोडल अधिकारी विजय सुधाकर वर्तक और जिले के खाद्य अधिकारी श्री घोरे ने चुप्पी साध ली हालांकि श्री वर्तक ने इसे बड़ी चूक बताते हुए विभाग के जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही की बात कही।
भाजपा सरकार कर रही दुर्भावना की राजनीति
इस संबंध में अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू ने इसे दुर्भावना की राजनीति करार देते हुए कहा कि सत्तासीन पार्टी द्वारा हर बार सरकारी आयोजनों में खासकर कांग्रेस पार्टी के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का अपमान किया जाता है जो पूर्व नियोजित रहता है भाजपा सरकार ने नई परिपाटी शुरू कर दी है। जो लोकतंत्र के लिए घातक है।