सोमवार, 20 मार्च 2017

दूसरे दिन भी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार

शिक्षाकर्मियों ने किया प्रदर्शन, नहीं जांची कापियां, लंबित वेतन तथा एरियर्स भुगतान किए जाने की मांग

 

MKN@जांजगीर-चांपा. लंबित वेतन और एरियर्स की राशि भुगतान किए जाने की मांग को लेकर शिक्षाकर्मियों ने दूसरे दिन भी दसवीं-बारहवीं बोर्ड कक्षाओं के मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। शिक्षाकर्मियों ने मूल्यांकन केन्द्र पहुंचकर अपनी मांगों को दोहराते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान विभिन्न संघों से जुड़े शिक्षाकर्मी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक वे मूल्यांकन कार्य नहीं करेंगे।

उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय जांजगीर स्थित शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक शाला में छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य चल रहा है। माशिमं द्वारा इस काम में नियमित शिक्षक सहित करीब साढ़े चार सौ शिक्षाकर्मी लगाए गए हैं। मूल्यांकन कार्य में लगाए गए शिक्षाकर्मियों ने लंबित वेतन तथा एरियर्स की राशि तत्काल भुगतान किए जाने की मांग को लेकर रविवार को मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करते हुए प्रदर्शन किया था। शिक्षाकर्मियों ने सोमवार को भी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। इस दिन भी सभी शिक्षाकर्मी निर्धारित समय पर मूल्यांकन केन्द्र पहुंचे, लेकिन उन्होंने मूल्यांकन कार्य शुरू करने के बजाय शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हाथों में मूल्यांकन कार्य बहिष्कार की तख्ती थामे शिक्षाकर्मियों ने एक स्वर में कहा कि सरकार की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अंतर है। सरकार ने शिक्षाकर्मियों को हर माह की पांच तरीख तक वेतन भुगतान करने का आश्वासन दिया था, जो हवा-हवाई साबित हुआ है। जिले के कई विकासखंड क्षेत्र के स्कूलों में कार्यरत शिक्षाकर्मियों को तीन से चार माह का वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके और उनके परिवार के समक्ष भूखों मरने की नौबत आन खड़ी हुई है। लंबित एरियर्स की राशि का भुगतान भी नहीं हुआ है। शिक्षाकर्मियों ने एक स्वर में कहा कि शासन-प्रशासन यदि उनकी मांगों को तत्काल पूरा नहीं करता है तो वे बोर्ड कक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं को हाथ भी नहीं लगाएंगे।